Manahar Dohawali By Asha Dinkar ‘Aas’
Couplets compiled in ‘Manhar Dohawali’ are very important and useful messages in social life which everyone should follow. If we can learn some of these and implement them in our lifestyle, then our life can definitely be exemplary for others, so keep trying. Stay positive in your life and keep working with your passion and hard work. It is more difficult to earn a name than money. -Asha Dinkar ‘Aas’,
ISBN: 978-93-92259-16-6
Pages: 108+2 blank
Language: Hindi
Types: Poetry (Dohe)
सुलगती आँच से साक्षात्कार
रचनाकार आत्म अभिव्यक्ति हेतु विभिन्न उपकरणों का उपयोग समय-समय पर करते हैं। वतर्मान में दोहा छंद एक अत्यंत ही लोकप्रिय विधा के रूप में सक्षम काव्य मिनीषियों द्वारा अभिव्यक्ति का माध्यम बन रहा है और उनके कहन को नवीन आयाम प्रदान कर रहा है। आशा दिनकर जी ने विभिन्न विषयों पर स्वयं को अभिव्यक्त करने का सफल प्रयास इस छंद के माध्यम से किया है।
आशा जी कहती हैं-
सच्चाई अति दूर है, मिथ्या के सब संग।
प्रलय काल के काम में, झूठे सब सत्संग ।।
वे हताशा से विमुक्ति का संदेश देते हुए कहती हैं-
कभी सफलता दूर हो, हिम्मत कभी न हार।
हारे को हरिनाम है. ईश लगा दें पार ।।
एक और दोहे में कहती हैं-
सत्य झूठा समझ रहे, झूठा लगता साँच।
समझदारी खत्म हुई, मन में सुलगे आँच ।।
दरअसल आशा दिनकर जी के दोहों से गुजरना सुलगती आँच से साक्षात्कार है। उनकी अभिव्यक्ति को मेरा विनम्र नमन ।
- सुभाष दुआ, वरिष्ठ साहित्यकार, नयी दिल्ली
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